Kingsport कस्बे में Water Street नाम की जगह पर एक विचित्र बूढ़ा अकेला रहता था. किसी को भी ठीक से उसका नाम पता नहीं था. बस ये पता था कि वो कभी ईस्ट इंडिया कंपनी में किसी जहाज का कप्तान हुआ करता था.
जवानी कि दिनों में उसने अकूत सम्पदा कमा ली थी.
जो लोग उसके घर के आस-पास कभी गए थे बताते थे कि वहां विचित्र प्रकार की मूर्तियां, पत्थर और धातुएं लगी हुई थीं.
कुछ लोगों ने बूढ़े को घर में रखी अजीब बोतलों से बात करते भी देखा था. बोतलों से भी विचित्र आवाजें आती थीं मानो बूढ़े से बात कर रही थीं.
लोग उस विचित्र बूढ़े से दूर रहना ही पसंद करते थे.
एक दिन Ricci, Czanek और Silva नाम के तीन चोरों को उस बूढ़े की अपार दौलत और उसके एकदम अकेला होने की बात पता चलती है.
वो बूढ़े की दौलत लूटने की योजना बना कर उसके घर आ जाते हैं.
Czanek को गेट पर पहरा देने को बोलकर Ricci और Silva घर के अंदर चले जाते हैं.
काफी देर हो जाती है. तभी Czanek को भयंकर चीखों की आवाज सुनाई देती है. उसे लगता है कि उसके दोनों साथी बुड्ढे को मार रहे थे.
कुछ समय बाद घर का दरवाजा खुलता है और Czanek देखता है कि वहां तो बूढ़ा खड़ा था.
वो मुस्कुरा रहा था. Czanek देखता है कि बुड्ढे की आँखे पीले रंग की थीं. वो डर से कांपने लगता है.
बाद में तीनों चोरों के क्षत-विक्षत शरीर beach के किनारे मिलते हैं. ऐसा जान पड़ता था जैसे कांच कि टुकड़ों से उन्हें काटा गया हो. जगह -जगह पर बूट की हील के निशान भी थे.
Kingsport के लोग चोरों की कार जो बूढ़े के घर के गेट के सामने थी, का जिक्र करते हैं. और उस रात सुनी गयी चीखों का भी.
लेकिन बूढ़े को इन अफवाहों में कोई रूचि नहीं है.
समाप्त.
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