इटली का Montresor नाम का एक व्यक्ति यह कहानी अपने दोस्त को सुनाता है जिसमें वो बताता है कि किस प्रकार उसने अपने प्रतिद्वन्दी Fortunato से बदला लिया.
Fortunato ने Montresor को बहुत बार मानसिक और शारीरिक पीड़ा पहुंचाई थी. कितनी ही बार उसने Montresor का सबके सामने अपमान भी किया था.
Montresor ने आने वाले कार्निवाल के दिन Fortunato की हत्या का प्लान बनाया.
कार्निवाल के दिन Fortunato एक क्लाउन के वेश में घूम रहा था. तभी Montresor उसके पास आकर बोला कि उसे Amontillado नाम की महंगी शराब के 130 गैलन (492 लीटर) मिले हैं. लेकिन वो वाइन एक्सपर्ट Luchesi से उस वाइन के असली होने की जाँच करवाना चाहता था.
Montresor जानता था कि Fortunato वाइन का बहुत जायदा शौकीन है और Luchesi की जगह वो खुद वाइन टेस्ट करने को बोलेगा.
और ऐसा ही हुआ.
फोर्तुनातो, Montresor के साथ उसके घर के तहखाने में गया जहाँ शराब के barrels रखे हुए थे.
Montresor ने Fortunato को शराब पिलाई. फिर उसने Fortunato को वापस चलने को कहा क्यूँकि उसे खांसी थी और तहखाने में सीलन और काफी ठण्ड थी. लेकिन Fortunato ने वापस जाने से मना कर दिया.
Amontillado शराब तहखाने में आगे रखी हुई थी. वो उसी तरफ बढे. रास्ते मैं Montresor ने Fortunato को अपने परिवार का coat of arms दिखाया - जिसमें एक सुनहरे रंग का boot एक साँप को कुचल रहा था. नीचे लिखा हुआ था - कोई मुझे दण्डित नहीं कर सकता.
चलते - चलते वो अलमारी जैसी एक छोटी गुफा में आ गए.
Montresor ने कहा, Amontillado शराब अंदर रखी हुई है. जैसे ही Fortunato गुफा में घुसा, Montresor ने उसका हाथ लोहे की चेन से बांध दिया.
तभी Montresor ने हड्डियों के एक ढ़ेर के पास छुपाया ईंट और mortar निकाला और खुरपी की सहायता से Fortunato को ज़िंदा ही चिनने लगा.
यह सब देखकर Fortunato का सारा नशा उतर गया. वो चेन को खींचने की कोशिश करने लगा लेकिन उसे तोड़ने में असफल रहा.
फिर वो सहायता के लिए जोर-जोर से आवाजें लगाने लगा. लेकिन Montresor ने उसका उपहास उड़ाया. उसे पता था कि Fortunato की आवाज बाहर नहीं जा सकती.
फिर एकाएक Fortunato हॅसने लगा. उसने सोचा ये सब मजाक है. वो जल्दी ही यहाँ से चला जायेगा. घर पर उसकी पत्नी उसका इंतजार कर रही थी.
लेकिन यह सत्य नहीं था.
जैसे ही Montresor ने ईंटों की सबसे ऊपर वाली परत ख़त्म की, Fortunato बुरी तरह से रो पड़ा. उसने करुण गुहार लगाई और बोला - भगवान के लिए Montresor.
Montresor बोला - हाँ, भगवान के लिए.
आखिरी पत्थर लगाने से पहले उसने जलती हुई मशाल अंदर फेंक दी.
Montresor कहता है कि यह सब करने के बाद उसे अपनी तबीयत ख़राब सी लगी. लेकिन ऐसा शायद तहखाने की ठण्ड और सीलन से हुआ होगा.
50 साल बाद भी Montresor कहता है की Fortunato का शरीर अब भी तहखाने में चेन से लटका हुआ है.
काश उसे वहाँ शांति मिले.
समाप्त.
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