Brown University में
Linguistics के प्रोफेसर
George Angell 1927 में अपनी
मौत के पश्चात
कुछ रहश्यमयी नोट्स
छोड़ गए थे.
उनका भतीजा Francis Thurston
उन नोट्स की जांच
करता है. ये
कहानी उसी की
अनुभवों पर आधारित
है.
नोट्स के साथ
साथ Thurston
को तांबे की बनी
एक अजीब मूर्ति
भी मिलती है.
मूर्ति एक आदमी
तथा ड्रैगन कि
संधि से बने
एक जीव की
थी जिसके चेहरे
पर ऑक्टोपस जैसी
कई सूंड लटक रही
थी. जीव की
पीठ पर चमगादड़
जैसे दो बड़े
पंख थे. मूर्ति
देखने वाले पर
डर का भाव
उत्पन्न कर देने
वाली थी.
नोट्स से पता
चला कि मूर्ति
को Henry Wilcox
नाम के मूर्तिकार
जो Rohde Island
University का scohlar था,
ने अपने बिभीत्स
बुरे सपनों के
आधार पर बनाया
था.
Wilcox के कागजातों में
Cthulhu और
Rlyeh नाम
के शब्दों का
काफी जिक्र था.
Thurston को प्रोफेसर
Angell के
नोट्स में से
संसार भर में
हुए mass
hysteria की भी
रिपोर्ट्स मिलीं.
एक नोट में
1908 की
एक घटना का जिक्र इस
प्रकार था:
New Orleans में
पुरात्तव बिभाग की एक
संगोष्ठी हो
रही थी. उसमे
John Legrasse नाम
का एक पुलिस
वाला भी आया
हुआ था. उसने
काले - हरे रंग
की एक मूर्ति
लोगों को दिखाकर
उसकी पहचान करने के लिए कहा.
मूर्ति बिलकुल वैसी ही थी
जैसी Thurston के अंकल
के पास
थी.
Legrasse ने बताया
कि पिछले साल
उस ये मूर्ति
एक cult के लोगों
से मिली थी.
उस
cult के लोग
बच्चों और महिलाओं
की बलि देने
वाले थे
जब पुलिस ने
उन पर रेड डाली.
5
लोग मारे गए
और 47 को
बंदी बना लिया
गया.
जब कैदिओं से उस
मूर्ति के
बारे में पूछा
तो उन्होंने बताया कि
वो पौराणिक शैतानी हैवान
Cthulhu की
मूर्ति है. वो
लोग उसकी पूजा
करते हैं और
उसके आने का
इन्तजार कर रहे
हैं.
Thurston फिर 1925 के ऑस्ट्रेलियाई
समाचार-पत्र का
एक आर्टिकल
पढता है. उसमे Alert नाम
के पुराने जहाज़ के बारे
में बताया गया
था. उस जहाज से
Gustaf Johansen नाम
का एक ही
आदमी ज़िंदा बच
पाया था.
Johansen ने बताया
कि Alert के नाविकों
ने Emma नाम के
दूसरे जहाज पर
हमला कर दिया
था. लेकिन Emma के
नाविकों ने Alert के नाविकों
को मार डाला
और उस पर
कब्ज़ा कर लिया.
फिर उन्हें एक
अनजान द्धीप मिला
जिसके co-ordinates 47°9′S
126°43′W थे.
उस द्धीप पर Johansen और एक
अन्य नाविक को
छोड़कर सारे नाविक
मारे गए. Johansen ने उनके
मरने का कारण
इस रिपोर्ट में
नहीं बताया था.
इसके पश्चात Thurston, Australia
के लिए
रवाना होता है.
वहां पहुंचकर वो
Alert से
मिली तीसरी मूर्ति
देखता है.
Johansen के घर
पहुंचकर उसे पता
चलता है कि
वो मर चुका
है. उसे लस्कर
के दो नाविकों ने मार
दिया था.
लेकिन
Johansen की
विधवा Thurston को
उसकी डायरी देती
है.
Johansen ने डायरी
में लिखा था
- उस द्धीप
पर Rlyeh नाम
की नरकीय नगरी
थी. नाविकों
ने वहां भटकते
हुए अनजाने में Cthulhu
को जगा दिया
था. जिसने उन्हें
मार कर खा
लिया.
Johansen और एक
अन्य नाविक Alert जहाज की
तरफ भाग गए.
Cthulhu उड़ते
हुए उनका पीछा
कर रहा था.
Johansen ने जहाज
को Cthulhu की
तरफ तेज गति
से दौड़ा दिया
. जहाज़ का आखिरी सिरा Cthulhu
के सर
पर लगा. लेकिन
Johansen ने
देखा कि उसका
जख्म शीघ्र ही
ठीक हो गया
था.
लेकिन तब तक
अलर्ट बच कर
निकलने में कामयाब
रहा. दुसरे नाविक
की सदमे से
मौत हो गयी
.
डायरी पढ़ने की
बाद Thurston को
आभास हुआ कि
Cthulhu के
उपासक अब उसे मारने
की फ़िराक में
होंगे.
समाप्त
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