Ulthar नाम के क़स्बे में एक बूढ़ा किसान और उसकी पत्नी रहते थे.
वो दोनों स्वाभाव से अत्यंत विषैले और हिंसक थे.
जब भी उनकी जमीन पर किसी की पालतू बिल्ली चली जाती तो वो उसे पकड़ते और क्रूरता से मार डालते. किसी की भी हिम्मत उन्हें कुछ कहने की नहीं होती.
एक बार खानाबदोश लोगों का एक काफिला उस क़स्बे से गुजरा. उस काफिले में Menes नाम का एक अनाथ बच्चा भी था. Menes का परिवार प्लेग की वज़ह से ख़त्म हो गया था. अब उसके पास केवल एक बिल्ली का बच्चा ही था जिसे वो जान से भी ज्यादा प्यार करता था.
तीसरे दिन Menes का बिल्ली का बच्चा गायब हो जाता है. वो उसे हर कहीं ढूंढता है लेकिन वो उसे कहीं नहीं मिलता.
लोग उसे बूढ़े किसान और उसकी पत्नी की क्रूरता के बारे में बताते हैं.
वो वहां जाता है और पूछता है कि क्या उन्होंने बिल्ली का बच्चा देखा है.
जवाब में वो केवल हँसते हैं.
Menes समझ जाता है कि उन्होंने बच्चे को मार दिया था.
तभी Menes एक मन्त्र बुदबुदाने लगता है. आसमान में बदल अजीब आकृतियां बनाने लगते हैं.
उसी रात वो काफिला Ulthar छोड़ कर चला जाता है.
तभी कस्बे के लोग देखते हैं कि उनकी पालतू बिल्लियां उनके घर से गायब हैं. उन्हें बूढ़े किसान पर शक हो जाता है.
एक बच्चा कहता है की बिल्लियाँ खुद बूढ़े किसान के घर के बाहर इक्क्ठा हो रही थीं.
अगली सुबह सारी बिल्लियाँ घरों को लौट आती हैं. वो खूब खाई- पी हुई लग रही थीं.
कुछ दिन तक बूढ़ा किसान और उसकी पत्नी किसी को नहीं दिखते.
जब कस्बे के लोग उनके घर की तलाश करते हैं तो उन्हें दो नर-कंकाल मिलते हैं.
इस घटना के बाद प्राधिकारी नियम बनाते हैं और Ulthar में बिल्ली को मारना निषेध कर दिया जाता है.
समाप्त.
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